श्री हेमन्त सोरेन का जन्म झारखण्ड के रामगढ़ जिले के नेवरा ग्राम में 10 अगस्त, 1975 को हुआ । झारखण्ड के आंदोलनकारी परिवार में जन्मे श्री हेमन्त सोरेन दिशोम गुरु श्री शिबू सोरेन के पुत्र है, माता का नाम श्रीमती रूबी सोरेन एवं इनकी पत्नी का नाम श्रीमती कल्पना मुर्मू सोरेन है । इन्होंने अपनी शिक्षा बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मैसरा , राँची से प्राप्त की । अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत इन्होने राज्यसभा से शुरू किया। वे दिनांक 20.6.2009 से 31.12.2009 तक झारखण्ड राज्य से उच्च सदन के सदस्य रहें । तृतीय झारखण्ड विधानसभा के लिए दुमका विधानसभा क्षेत्र से निर्वाचित होकर पहली बार विधायक बने । 11 सितम्बर, 2010 को झारखण्ड सरकार में इन्होंने उप-मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ ली । वे पहली बार 12 जुलाई, 2013 को बतौर मुख्यमंत्री के रूप में झारखण्ड की सत्ता का बागडोर संभालें । वर्ष 2014 में चतुर्थ झारखण्ड विधानसभा के लिए झारखण्ड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर बरहेट से चुनाव जीते और उसके बाद सदन में नेता प्रतिपक्ष के रूप में अपने दायित्वों का निर्वहन किया । झारखण्ड विधान सभा के 2019 के आम चुनाव में श्री हेमन्त सोरेन दुमका और बरहेट दोनों विधानसभा सीटों से चुनाव लड़े और दोनों स्थानों से विजयी रहें । जबकि दुमका विधानसभा से उन्होंने अपनी सदस्यता त्याग दी।वे दूसरी बार झारखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर दिनांक 29 दिसंबर, 2019 को मोरहाबादी मैदान में शपथ लिये। इसके साथ ही वे पांचवीं झारखण्ड विधान सभा में सदन के नेता बने ।
दिनांक 20 जनवरी, 2020 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा इनके असाधारण कार्य के लिए इन्हें ‘चैंपियंस ऑफ चेंज’ अवार्ड, 2019 से सम्मानित किया जा चुका है ।
पांचवीं झारखण्ड विधान सभा के कार्यकाल में ही दिनांक 31 जनवरी, 2024 को कतिपय कारणों से इनके द्वारा मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया गया । दिनांक 4 जुलाई, 2024 को श्री चम्पाई सोरेन द्वारा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया जाने के उपरांत पुनः श्री हेमन्त सोरेन दिनांक 05 जुलाई, 2024 को तीसरी बार झारखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री बने ।
2024, के झारखण्ड विधान सभा के आम चुनाव के पश्चात वे पुनः झारखण्ड के मुख्यमंत्री के पद का दिनांक 28 नवम्बर 2024, को शपथ लिये । झारखंड राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में उनका चौथा कार्यकाल है ।